नहीं बदली इनकम टैक्स स्लैब- सैलरीड और मिडल क्लास को मायूसी इनकम टैक्स में राहत की उम्मीद सैलरीड और मध्य वर्...
नहीं बदली इनकम टैक्स स्लैब- सैलरीड और मिडल क्लास को मायूसी
इनकम टैक्स में राहत की उम्मीद सैलरीड और मध्य वर्ग के लोगों को इस बजट से कुछ खास नहीं मिल पाया। वित्त मंत्री ने बजट भाषण में टैक्स छूट की सीमा बढ़ाने से इनकार कर दिया। हालांकि, उन्होंने सैलरीड क्लास के मौजूदा टैक्सेबल इनकम में से 40 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन कर दिया। यानी जितनी सैलरी पर टैक्स बनेगा, उसमें से 40 हजार घटाकर टैक्स देना होगा। इसका 2.5 करोड़ सैलरीड और पेंशनर्स को लाभ मिलेगा।
'स्टैंडर्ड डिडेक्शन की फिर से शुरुआत, 40 हजार रुपए तक स्टैंडर्ड डिडेक्शन,इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं,वरिष्ठ नागरिकों को जमा राशि पर ब्याज आय में 50 हजार तक छूट'
वेतनभोगियों को स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा दो प्रकार से होगा। पहला- इनकम टैक्स की देनदारी कम होगी और दूसरा- उन्हें कागजी-कार्रवाई भी कम करनी होगी। 40,000 रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन के लिए खर्च या निवेश का कोई हिसाब-किताब नहीं मांगा जाएगा। अब एंप्लॉयर टीडीएस के आकलन करते वक्त ही 40,000 रुपये की कटौती कर सकता है।
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